फल-फूलों की खेती से महक रहा प्रदेश, मोटे अनाजों के साथ कीवी, ड्रैगन फ्रूटस व एरोमा फसलें हो रही
उत्तराखंड में मोटे अनाजों के साथ कीवी, ड्रैगन फ्रूटस व एरोमा फसलों की खेती हो रही है।हाउस ऑफ हिमालयाज ब्रांड से स्थानीय उत्पादों को बाजार मिल रहा है।
उत्तराखंड की मिट्टी व जलवायु सिर्फ मोटे अनाज की खेती व सेब उत्पादन तक सीमित नहीं रह गई। अब कीवी, ड्रैगन फ्रूट्स, सगंध फसलों व फूलों से उत्तराखंड की खेती महक रही है। वहीं, मशरूम व शहद उत्पादन भी आमदनी का बढ़ा जरिया बना है।
उत्तराखंड में 2.97 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में बागवानी फसलों के अधीन हैं। इसमें पांच लाख से अधिक किसान बागवानी फसलों की खेती कर रहे हैं। राज्य गठन से पहले उत्तराखंड के पर्वतीय व मैदानी क्षेत्रों में मोटे अनाजों की खेतकों बदलाव के साथ नकदी फसलों को किसानों ने अपनाया है।

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